अडाणी पोर्ट्स और इसकी हालिया बढ़त जानते हैं ऐसा क्यों हुआ

26 मई,2021

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अडाणी पोर्ट्स और इसकी हालिया बढ़त जानते हैं ऐसा क्यों हुआ - स्मार्ट मनी
यदि आप हाल के हफ़्तों में अडाणी पोर्ट्स के स्टॉक की कीमत पर नज़र रख रहे हैं तो आप शायद आप जानना चाहते हों कि ये बढ़ोतरी क्या है।

इस ज़ोरदार तेज़ी के बीच कई इन्वेस्टर की नज़र अडाणी पोर्ट्स - और यहां तक कि अन्य प्राइवेट पोर्ट पर गई।

अडाणी पोर्ट्स के शेयर की कीमत हाल में एक ही दिन में करीब 15 प्रतिशत तक बढ़ी है और फिलहाल इस स्टॉक की कीमत लगभग 850 रुपये के आस-पास है। 

संभावित इन्वेस्टर के रूप में आपका इस ब्लॉग को पढ़ना ही ज़ाहिर करता है कि आपकी इसमें रूचि है। आपने सिर्फ कमाई की संभावना पर छलांग कर स्टॉक नहीं खरीद लिया है, हालांकि यह अभी बहुत आकर्षक लग रहा है। आप अपनी रिसर्च कर रहे हैं सो सही रास्ते पर हैं। इन्वेस्टर को पता करना चाहिए कि शेयर में उछाल ठोस फैक्टर की वजह से आई है, न कि कुछ डिमांड-सप्लाय के बुलबुले से क्योंकि आप नहीं चाहते कि कीमत में सुधार हो - या दूसरे शब्दों में आपके निवेश के बाद कीमत में गिरावट न हो। आप तब निवेश करना चाहते हैं जब कीमत में ठीक वजह के कारण बढ़ी हो, क्योंकि इसका मतलब है कि गिरने के बजाय बढ़त का रुझान जारी रखेंगे। और आप यह जानना चाहते हैं क्योंकि आपका मकसद है स्टॉक को उसकी खरीद की कीमत के मुकाबले अधिक दर पर बेचना। 

तो क्या अडाणी पोर्ट्स के शेयर की कीमत सही वजह से बढ़ रही है?

आइए हम उन संभावित फैक्टर का पता लगाएं, जिनकी वजह से अडाणी पोर्ट्स के शेयर की कीमतों में हाल में तेज़ी आई है। 

अधिग्रहण की घोषणा

लिस्टेड कंपनियों के लिए अधिग्रहण हमेशा बड़ी खबर होती है - अधिग्रहण की खबर के साथ किसी कंपनी के शेयर में तेज़ी बिल्कुल भी असामान्य नहीं है। हम ऐसा अडाणी पोर्ट्स के मामले में भी देख रहे हैं, और इससे यह बार और अधिक स्पष्ट हो रही है कि अडाणी पोर्ट्स अधिग्रहण की होड़ में हैं। कंपनी ने पिछले साल कुछ अधिग्रहण किए हैं। 

इस साल अप्रैल में, अडाणी पोर्ट्स ने कृष्णपत्तनम पोर्ट में विश्व समुद्र होल्डिंग्स की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,800 करोड़ रुपये में खरीदी। इससे अडाणी पोर्ट्स की कृष्णपत्तनम पोर्ट में हिस्सेदारी मौजूदा 75 प्रतिशत से बढ़कर पूरी 100 प्रतिशत हो गई। 

नए वित्त वर्ष के पहले महीने में गंगावरम बंदरगाह में अडाणी पोर्ट्स ने 1,954 करोड़ रुपये में 31.5 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। यह डील यहीं ख़त्म नहीं हुई। अडाणी पोर्ट्स ने शेयर की अदला-बदली के एक सौदे में उसी प्रोमोटर की रेल लॉजिस्टिक कंपनी 675 रुपये प्रति शेयर के आधार पर 4,800 करोड़ रुपये में खरीदी।

कारोबार में उछाल

शेयर की कीमत में उछाल के लिए कारोबार के आकार में बढ़ोतरी के जैसा कारगर कुछ भी नहीं। यदि कोई कंपनी बढ़ती संभावनाओं और बेहतर आंकड़ों के लिए चर्चा में है तो शेयर की कीमत आम तौर पर बढ़ती है। अडाणी पोर्ट्स के मामले में अप्रैल 2021 के आंकड़े निश्चित । आइए, अडाणी पोर्ट्स के कार्गो वॉल्यूम के आंकड़ों पर निगाह डालते हैं:

2021 के कार्गो वॉल्यूम की मुख्य बातें:

 

  • सिर्फ मार्च 2021 में 26 एमएमटी
  • 41 प्रतिशत की सालाना स्तर पर बढ़ोतरी
  • पिछले महीने के मुकाबले 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी
  • जनवरी 2021 से मार्च 2021 में ही 73 एमएमटी
  • सालाना स्तर पर 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी

पॉलिसी

तेरह महीने पहले एक नीतिगत फैसले से अडाणी पोर्ट्स के लिए रास्ता तैयार किया - अन्य प्राइवेट पोर्ट के साथ - अपने कारोबार को अगले स्तर तक ले जाने के लिए। मार्च 2020 में लोकसभा में मेजर पोर्ट अथॉरिटी बिल, 2020 पारित हुआ। यह बिल बड़े पोर्ट को अधिक ऑटोनोमी देने और पोर्ट से जुड़े नियमन को व्यवस्थित करने के पक्ष में है। भविष्य में पोर्ट ट्रस्ट जैसी चीज़ नहीं होगी बल्कि हर पोर्ट के लिए बोर्ड ऑफ़ पोर्ट अथॉरिटी होगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप बढ़ सकती है। 

इतना ही नहीं - इस पॉलिसी में बदलाव पर लम्बे समय से काम हो रहा था और इसलिए भी यह बड़ी खबर है। यह बिल यदि एक्ट बन जाता है तो यह मेजर पोर्ट ट्रस्ट्स एक्ट, 1963 की जगह लेगा। आधी सदी में एक बार होने वाली ऐसी चीज़ों से पर्याप्त उत्साह और उम्मीद पैदा होने की संभावना होती है - जो अक्सर स्टॉक की कीमत में बढ़ोतरी में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। 

दांव-जीतना

नवी मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट से भी आख़िरकार अडाणी पोर्ट्स आगे रहने में सफल रहा। इस तरह जेएनपीटी ने बढ़त बनाए रखी, अडाणी पोर्ट्स ने इस पर बढ़त हासिल की, लेकिन बहुत बढ़त नहीं ली। 2021 की पहली तिमाही में अडाणी पोर्ट्स का मुंदड़ा स्थित कच्छ पोर्ट कंपनी के लिए जीत लेकर लाया। बेशक, इस तरह की खबरें निवेशकों में बहुत उत्साह पैदा करती हैं और स्टॉक की कीमतें आसमान छूने लगती हैं। 

ये चार ठीक-ठीक वजहें स्टॉक की कीमत में बढ़ोतरी के लिए काफी हैं। हालांकि, इन्वेस्टर्स को अडाणी पोर्ट्स के कारोबार के भविष्य पर विचार करना होगा। कंपनी के पास वित्तीय संसाधन वाक़ई बहुत हैं, लेकिन नए निवेश वैसे भी निकल सकते हैं, है ना? खरीद का बटन दबाने से पहले इन्वेस्टर को किन चीज़ों पर विचार करना चाहिए?

डेट रेशियो

रिसर्च कंपनी स्टैंडर्ड एंड पूअर द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक अडाणी ग्रुप को अपने डेट रेशियो में सुधार करने की सलाह दी गई है। अडाणी पोर्ट्स को बहुत जल्दी - अपने रेशियो को ऑपरेशन से हटाकर डेट की ओर बदलना होगा। फिलहाल यह रेशियो 10.6 प्रतिशत है लेकिन एस एंड पी के मुताबिक यह 2022 में बेहतर होकर 15.1 प्रतिशत पर आ सकता है। 

इनऑर्गनिक ग्रोथ की क्षमता

अधिग्रहण कंपनी को सुर्खियों में लाने और उसके स्टॉक की कीमत बढ़ाने में अच्छी भूमिका निभाते हैं। हालाँकि, कंपनी की वास्तविक क्षमता का लिटमस टेस्ट है इसकी ऑपरेशनल ग्रोथ या इनऑर्गनिक ग्रोथ है। अडाणी पोर्ट्स में भारी-भरकम तेज़ी हुई जिसका श्रेय अधिग्रहण को जाता है। अब निवेशकों को यह देखना होगा कि क्या इसके बाद कारोबार में तेज़ी आएगी। 

डिविडेंड भुगतान

अडाणी ने कोई भी अधिग्रहण शुरू करने से पहले मार्च 2020 में डिविडेंड का भुगतान किया। यह भुगतान दरअसल 2019 में आएगा जिसका अर्थ है कि वित्त वर्ष 2020 में कोई डिविडेंड भुगतान नहीं हुआ।  यह देखा जाना बाकी है कि 2021 में डिविडेंड का भुगतान होगा या नहीं। 

अडाणी पोर्ट्स के स्टॉक की कीमत में बढ़ोतरी की वजह साफ़ होने पर अब हो सकता है आप ठोस फैसला करने के लिए थोड़े तैयार हों। इस बारे में हमारी न मानें - या किसी और की भी सलाह न मानें। इन्वेस्ट करने से पहले सारी चीज़ों की जानकारी जुटाएं और कम्पनी के फिनांशियल पर ठीक से पकड़ बनाएं।

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