सक्सेस स्टोरी - अनिल अंबानी

30 सितम्बर,2021

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यह आर्टिकल कभी अरबपति रहे अनिल अंबानी के जीवन के उतार-चढ़ाव के बारे में है।

संक्षिप्त विवरण

उनका सफ़र धैर्य, दृढ़ संकल्प और वास्तविकता का रहा है। अरबपति मुकेश अंबानी के भाई के बारे में और जानने के लिए आगे पढ़ें।

कौन हैं अनिल अंबानी?

जिन्हें नहीं पता उन्हें बता दें कि अनिल अंबानी मशहूर उद्योगपति धीरुभाई अंबानी की दूसरी संतान हैं। जाने-माने भारतीय बिज़नेसमैन, अंबानी, अनिल धीरूभाई अंबानी समूह के अध्यक्ष हैं, जिसे रिलायंस समूह के रूप में ज़्यादा जाना जाता है।

वह रिलायंस पावर और रिलायंस कम्युनिकेशन सहित कई सफल कंपनियों के मालिक हैं और उनका कारोबार वित्त, बिजली और दूरसंचार के सेक्टर में फैला है। उनकी कंपनी रिलायंस पावर का आईपीओ में एक मिनट के अंदर पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया जो कि भारत के कैपिटल मार्केट में अब तक हुआ सबसे तेज सब्सक्रिप्शन है।

अनिल अंबानी को मिली व्यावसायिक सफलता

1983 में सह-सीईओ की भूमिका में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ में शामिल होने से पहले, अनिल अंबानी ने व्हार्टन, पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी से बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की। इस इंडस्ट्री की शुरुआत उनके पिता ने की थी।

अनिल अंबानी के नाम जो शुरुआती सक्सेस हैं उनमें आईपीओ या इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग की मदद भारत को फॉरेन कैपिटल मार्केट से जोड़ने में अग्रणी भूमिका निभाना शामिल है। ये कनवर्टिबल्स, बांड और ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट के रूप में थे। अनिल अंबानी के हाथ में रिलायंस इंडस्ट्रीज का नेतृत्व आने के साथ, कंपनी इंटरनेशनल फिनांशियल मार्केट के सौजन्य से दो अरब अमेरीकी डालर जमा कर सकी।

साल 2004 में अनिल अंबानी को राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुना गया।

अनिल अंबानी बनाम मुकेश अंबानी

धीरूभाई अंबानी की मृत्यु 2002 में वसीयत पर हस्ताक्षर किए बगैर हो गई, जो बाद में उनके दो बेटों के बीच विवाद का कारण बनी। अनिल अंबानी को अब रिलायंस इंडस्ट्रीज के मैनेजिंग डायरेक्टर की भूमिका सौंपी गई, जबकि उनके भाई उस ग्रुप के चेयरमैन बने, जिसका मूल्यांकन उस समय 28,000 करोड़ रूपये था।

2005 में दोनों भाइयों के बीच गैस की सप्लाय को लेकर असहमति हुई और यह मामला अदालत पहुँचा। आखिरकार इसका परिणाम यह हुआ कि कंपनी दो भाग में बंट गई। अनिल अंबानी को टेलिकॉम, पावर जेनरेशन और फिनांशियल सर्विसेज़ पर नियंत्रण मिला, जबकि उनके भाई मुकेश अंबानी ने अब ऑयल-रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स का ज़िम्मा संभाला।

निरंतर सक्सेस

रिलायंस इंडस्ट्रीज के बंट जाने के बाद सक्सेस की ऊंचाई पर, अनिल अंबानी के पास रिलायंस कम्युनिकेशन का ज़िम्मा था जिसने काफी धन जुटाया।

2007 तक उनकी कुल संपत्ति लगभग चार लाख करोड़ रुपये हो गई और उन्हें कई बिज़नेस अवार्ड मिले।

2008 में, उनके रिलायंस पावर का आईपीओ उनके नाम के कारण मशहूर हुआ और इतिहास बन गया क्योंकि यह भारत के मार्केट्स में आया अब अक का सबसे बड़ा आईपीओ।

उस समय उनकी सफलता की कोई सीमा नहीं थी, जैसा कि उन अलग-अलग तरह के डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स से स्पष्ट था, जिनमें वे शामिल थे। इनमें से एक थी मुंबई की पहली मेट्रो लाइन जिसे रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा था।

अनिल अंबानी ने इस दौरान एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में भी कदम रखा था क्योंकि उन्होंने स्टीवन स्पीलबर्ग के फिल्म प्रोडक्शन हाउस ड्रीमवर्क्स पिक्चर्स में इन्वेस्टमेंट किया था।

2008 का वित्तीय संकट और उसके परिणाम

2008 ने वित्तीय संकट ने अनिल अंबानी के लिए कई बाधाएं पैदा कीं, हालांकि रिलायंस पावर आईपीओ से जुटाई गई 11,563 करोड़ रुपये की राशि उनके भविष्य की योजनाओं में मदद करने में सक्षम थे।

इसका मतलब है कि इन प्रोजेक्ट को गति देने के लिए उन्हें किफायती दर पर नेचुरल गैस की ज़रुरत थी जो कि 2008 के संकट को देखते हुए संभव नहीं लग रहा था।

उनके भाई ने इसे नॉन-कम्पीट क्लॉज़ को रद्द करने के संकेत के रूप में लिया जो पहले से प्रभावी था और इसे 2010 तक बरकरार रखा जाना था और इस स्थिति से फायदा उठाना चाहा।

टेलिकॉम इंडस्ट्री में अन्य कंपनियों के साथ कम्पीट करने में नाकाम रहने के कारण रिलायंस कम्युनिकेशंस को अंततः 2017 में अपनी दूकान बंद करनी पड़ी।

अनिल अंबानी ने पीपावाव डिफेंस खरीदने का फैसला किया, जो पहले से ही 7000 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी हुई थी। यह बिज़नेस के लिहाज़ से अच्छी खरीद नहीं थी क्योंकि यहाँ उनका पैसा डूब गया।

उनकी अन्य कंपनियों यानी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस होम फाइनेंस और रिलायंस पावर को भी घाटा हुआ और बॉन्ड पेमेंट में डिफ़ॉल्ट शुरू हो गया।

लेटेस्ट न्यूज़ से संकेत मिलता है कि फिलहाल अनिल अंबानी के नाम पर पैसे ही नहीं हैं।

निष्कर्ष

अनिल अंबानी की कहानी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे यह पता चलता है किसक्सेस हमेशा नहीं टिकता और संभव है कि लोग इन्वेस्टमेंट के गलत फैसले करें। इसके अलावा, 2008 जैसे वित्तीय संकट के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं जिनसे सभी उबर नहीं सकते। अनिल अंबानी से जुड़ी ख़बरों के बारे में अपडेट रहने के लिए आप उनका ट्विटर अकाउंट - @anilambani फॉलो कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न1. अनिल अंबानी का जन्म कब हुआ था?
उत्तर1. अनिल अंबानी का जन्म चार जून 1959 को हुआ था।

प्रश्न 2. अनिल अंबानी का मुकेश अंबानी से क्या संबंध है?
उत्तर2. अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी भाई हैं।

प्रश्न3. क्या रिलायंस कम्युनिकेशंस अभी भी फंक्शनल है?
उत्तर3. नहीं, रिलायंस कम्युनिकेशंस अब ऑपरेशनल नहीं है।

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