2021 में आ रहे हेल्थकेयर इंडस्ट्री के आईपीओ
सबकी निगाह हेल्थकेयर सेक्टर पर टिकी है। न सिर्फ कोविड -19 से दुनिया को बचाने के लिए, बल्कि इन्वेस्टमेंट के एक ज़रिये के तौर पर भी इस पर निगाह है।
08 फरवरी,2022
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इस साल, भारतीय शेयर बाजार में उल्लेखनीय तेजी दर्ज़ हुई, जिसमें बेंचमार्क इंडेक्स अक्टूबर तक साल भर के नए उच्चतम स्तर पर पहुँच गए। उसके बाद, पहले के स्तरों से गिरावट आई, विशेष रूप से नवंबर में ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता लगने के बाद।
हालांकि, जहाँ तक इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) का सवाल है, तो बाजार ने काफी मदद की। पिछले साल का मुख्य बाजार आईपीओ की भारी संख्या से गुलज़ार रहा है। साल 2021 में 62 कंपनियां आईपीओ लेकर आईं। इन कंपनियों ने कुल 1.18 लाख करोड़ रुपये जुटाए। यह क्लिनिकल साल भी रहा, क्योंकि कुछ सबसे महत्वपूर्ण नए दौर के एंटरप्राइज ने भीआईपीओ के ज़रिये धन जुटाया। हाल के महीनों में ओमिक्रॉन वेरिएंट से जुड़ी चिंता के कारण स्टॉक मार्केट में गिरावट आई, लेकिन इसके बावजूद आईपीओ का प्रवाह स्थिर रहा।
विशेषज्ञों का मानना है कि बेहतर मैक्रो पैरामीटर, उच्च लिक्विडिटी और कॉर्पोरेट अर्निंग में अच्छी रिकवरी के मद्देनज़र इक्विटी मार्केट में ऐतिहासिक मोड़ आया, निफ्टी ने पहली बार 18,000 और सेंसेक्स ने 60,000 का अब तक का उच्चतम स्तर छुआ। उन्होंने कहा कि, बेंचमार्क सूचकांकों की अधिकांश इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) ने असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया और ये मल्टी-बैगर बन गए।
हालांकि, साल 2022 में, विशेषज्ञ अब तक ओमिक्रॉन बढ़ने और वैश्विक स्तर पर इन्फ्लेशन से जुड़ी मुश्किलों के प्रति सावधान हैं। "भविष्य में इन्फ्लेशन बढ़ने की संभावना को देखते हुए, अधिकांश सेंट्रल बैंक लिक्विडिटी कम करने के लिए ब्याज दर बढ़ा सकते हैं। इस साल बाजार की गति ओमिक्रॉन से जुड़ी अनिश्चितता और चिंता से प्रेरित होगी। विशेषज्ञों ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं पहले से ही हाई प्राइसेज़ और इकॉनोमिक बॉटलनेक से जूझ रही हैं, और महामारी के बाद अब भी रिकवरी के दौर में हैं। अब और लॉकडाउन और करोबार का दायरा सीमित करने से रिकवरी की मौजूदा दर को बनाए रखना मुश्किल होगा।
यहाँ 2021 में आये कुछ टॉप आईपीओ हैं:
ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी कंपनी ज़ोमैटो, नए दौर की उन कंपनियों में शामिल है जिनसे सबसे अधिक उम्मीद थी और जो इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) लेकर आये। कंपनी ने पब्लिक ऑफरिंग के ज़रिये 9,375 करोड़ रुपये जुटाए, जिसे ट्रेडर्स से अच्छी प्रतिक्रिया मिली और इस ऑफरिंग को 38.25 गुना सब्सक्राइब किया गया।
ज़ोमैटो के शेयर ने पहले दिन इश्यू प्राइस के मुकाबले लगभग 53 की बढ़ोतरी दर्ज़ की और इसके साथ कंपनी का मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया।
एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स, जिसके पास ऑनलाइन ब्यूटी ई-कॉमर्स पोर्टल नायका का स्वामित्व है, वह नए दौर का एक और स्टार्टअप था, जिसने इसकी शुरुआत से ही इन्वेस्टर्स के बीच हलचल मचा दी थी। पूर्व इन्वेस्टमेंट बैंकर से एंट्रेप्रेन्योर बनीं फाल्गुनी नायर के नेतृत्व में - फर्म ने अपने आईपीओ से 5,352 करोड़ रूपये जुटाए और इस इश्यू को 81.78 गुना सब्सक्रिप्शन मिला।
नायका शेयर की लिस्टिंग शानदार रही और इसने स्टॉक एक्सचेंजों पर इश्यू प्राइस के मुकाबले 79 प्रतिशत से अधिक के प्रीमियम पर कारोबार किया।
जब ऑनलाइन बीमा एग्रीगेटर पॉलिसीबाज़ार और क्रेडिट कॉम्पैरीज़न पोर्टल पैसाबाज़ार की ऑपरेटर कंपनी पीबी फिनटेक का आईपीओ आया, तो इससे भी बहुत उम्मीद थी। कंपनी ने कुल 5,710 करोड़ रुपये में से मौजूदा शेयरहोल्डर्स से ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के ज़रिये 1,960 करोड़ रुपये और इक्विटी शेयरों के फ्रेश इश्यू से 3,750 करोड़ रुपये जुटाए। इसे बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली और इश्यू को 16.59 गुना सब्सक्राइब किया गया।
स्टॉक ने पिछले महीने अपने इश्यू प्राइस से 17.35 प्रतिशत के प्रीमियम पर शेयर बाजार में खाता खोला। हालांकि, लिस्टिंग के बाद के शुरुआती हफ्तों में तेजी के बाद स्टॉक की चमक धीरे-धीरे फीकी पड़ी।
वन 97 कम्युनिकेशंस, डिजिटल भुगतान स्टार्टअप पेटीएम की मूल कंपनी और जब उसने पहली बार बाजार नियामक सेबी को ड्राफ्ट पेपर पेश किया तो इसकी बहुत चर्चा हुई और यह देश के पेमेंट क्षेत्र के सबसे मशहूर प्लेटफार्म में से एक बन गया।
यह न केवल नई फर्मों में सबसे प्रतीक्षित आईपीओ था, बल्कि यह देश का सबसे बड़ा आईपीओ भी बन गया, जिसने 18,300 करोड़ रुपये जुटाए। हालांकि, ऑफर के विशाल स्तर के मद्देनज़र इन्वेस्टर्स की प्रतिक्रिया मामूली थी। आईपीओ को तीसरे दिन तक पूरी तरह से सब्स्क्राइब किया गया और अंत में 1.89 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ। हालांकि, शेयर बाजार में पेटीएम का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा, क्योंकि ट्रेडिंग के पहले दिन ही कंपनी का शेयर अपने इश्यू प्राइस मुकाबले 27 प्रतिशत गिर गया।
हैदराबाद की प्रेसिज़न इंजीनियरिंग सोल्यूशन कंपनी एमटीएआर टेक्नोलॉजीज इन्वेस्टर्स के बीच लोकप्रिय थी। न्यूक्लियर और प्रेशराइज़्ड रिएक्टर, एयरोस्पेस इंजन, मिसाइल सिस्टम, एयरक्राफ्ट के कॉम्पोनेन्ट, और कई अन्य महत्वपूर्ण कॉम्पोनेन्ट तथा असेंबली आदि कंपनी की विशेषताओं में शामिल हैं।
एमटीएआर टेक ने अपनी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग में 597 करोड़ रुपये जुटाए औउर यह 200.79 गुना ओवरसबस्क्राइब हुआ। लिस्टिंग के दिन स्टॉक एक्सचेंजों पर एमटीएआर टेक शेयर इश्यू प्राइस के मुकाबले 85 प्रितशत से अधिक के प्रीमियम पर लॉन्च हुए।
डिस्क्लेमर: इस ब्लॉग का उद्देश्य है जानकारी देना, न कि इन्वेस्टमेंट के लिए कोई सलाह/टिप्स देना और न ही किसी स्टॉक को खरीदने या बेचने की सिफारिश करना।
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